कर्नाटक में गिड़गिड़ाते मुसलमान
कर्नाटक में गिड़गिड़ाते मुसलमान
राज्य में ऐसी ही हिंसा और किसी धर्म के लोगों के प्रति ज़ोर-ज़बरदस्ती के दो वीडियो बीते दो दिनों नें सामने आए हैं.
सोमवार को कर्नाटक के बागलकोट ज़िले के बिदारी गांव में मुसलमान मछुआरों को गांव वालों ने घेर लिया. ये मछुआरे कृष्णा नदी में मछली पकड़ने आए थे लेकिन इन्हें भीड़ ने घेर लिया और कहने लगे कि 'तुम लोग क्यों आए हो. तुम लोगों की वजह से ही कोरोना फैल रहा है.'
इस घटना का एक वीडियो भी सामने आया है जिसमें गांव वालों के हाथ में डंडे हैं. ये मछुआरे हाथ जोड़कर रोते-गिड़गगिड़ाते नज़र आ रहे हैं.
बागलकोट के एसपी लोकेश बी जगालसर ने बीबीसी को बताया, "चार मछुआरे थे जो एक गांव में मछली पकड़ने गए थे, जिनमें दो हिंदू और दो मुसलमान थे. ये मछुआरे दूसरे गांव मछली पकड़ने गए थे लेकिन इन्हें गांववालों ने घेर लिया. उनके साथ जो हुआ वो ग़लत है. हमने एफ़आईआर रजिस्टर किया है और पाँच लोगों की गिरफ़्तारी की गई है".
सोमवार को ही बेंगलूरू के अमरूताली में भी हिंसा की घटना हुई. स्वराज अभियान से जुड़ीं ज़रीन ताज अपने बेटे तबरेज़ के साथ बस्तियों में राशन बांट रही थीं कि कुछ लोगों ने उन्हें ऐसा करने से रोका.
तबरेज़ ने MEDIAINFO को बताया कि "लगभग 20 लोगों ने हमसे कहा कि हिंदुओ को खाना मत बांटो, अपने लोगों (मुसलमानों को) को बांटो. हमने उनसे बहस नहीं की और पास की बस्ती में चले गए. इसके बाद भीड़ आई और हमें डंडों से मारने लगी". तबरेज़ के दाहिने हाथ में तीन टांके लगे हैं. सिर पर भी कुछ टांके लगे हैं.
23 साल के तबरेज़ कपड़ों के एक शोरूम में काम करते हैं और पिछले 14 दिनों से योगेंद्र यादव की संस्था स्वराज इंडिया से मिले राशन ग़रीबों में बांट रहे थे. इस मामले में पुलिस ने 6 अज्ञात लोगों पर एफ़आईआर की है.#MEDIAINFO
फ़ेक वीडियो- खाना पैक करते वक़्त थूकता मुसलमान
2 अप्रैल को ही सोनम महाजन ने एक वीडियो ट्वीट किया. इस 45 सेकेंड के वीडियो में एक मुसलमान आदमी खाना पैक करता है और उसमें मुंह से फूँक मारता है.
सोनम महाजन ने इस वीडियो को ट्वीट करते हुए उस घटना को सही ठहराया जिसमें एक व्यक्ति ने मुसलमान ज़ोमैटो डिलीवरी ब्वाय से पार्सल लेने के लिए मना किया था.
ऑल्ट न्यूज़ की रिपोर्ट के मुताबिक़ ये वीडियो अप्रैल, 2019 से इंडोनेशिया, सिंगापुर, यूएई में भी अलग-अलग दावों के साथ शेयर किया जा चुका है. हालंकि ये कहां का वीडियो है इसकी कोई पुख्ता जानकारी नहीं है लेकिन ये वीडियो काफ़ी पुराना है, इसका कोरोना के फैलाव से कोई ताल्लुक़ नहीं है. इसे अब भारत में नए मक़सद के साथ शेयर किया जा रहा है.
फ़ैक्ट चेकर वेबसाइट ऑल्ट न्यूज़ के संस्थापक प्रतीक सिन्हा मानते हैं कि 30 मार्च के बाद से कम्युनल नेचर वाले फ़ेक वीडियो और मैसेज तेज़ी से सामने आए.
वो कहते हैं, "कई पुराने मैसेज वायरल किए जाते हैं, ये एक्सीडेंटल नहीं होते इन्हें खोजकर कोई तो लाता ही है. एक पूरा नेट
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